अलीगढ़
में महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद ने एक धर्म विशेष के खिलाफ विवादित बयान दिया है, जिसके बाद वो विवादों में आ गए. यति नरसिंहानंद यहां एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे जहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) और मदरसों को बम से उड़ाने तक की बात कह दी. उनके इस बयान के बाद कार्यक्रम के आयोजक हिंदू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा शकुन पांडे, राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडे के खिलाफ थाना गांधी पार्क में मामला दर्ज कर लिया है.
राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर कसा तंज
यति नरसिंहानंद ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर तंज भी कसा और इस यात्रा को एक मजाक बताया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिहादियों के साथी हैं. वो यूपी में जीत नहीं सके और केरल में जाकर वायनाड से चुनाव लड़ा. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ने के लिए उनके पास एक ऐतिहासिक मौका था. लेकिन गांधी परिवार ने देश को बर्बाद कर दिया.
ज्ञानवापी और लखीमपुर की घटना पर कही ये बात
ज्ञानवापी मस्जिद के सवाल पर उन्होंने कहा कि हिंदू समाज जागृत हो चुका है. जल्द ही हिंदू समाज को वापस मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि हमें मक्केश्वर महादेव पर मेहनत करनी चाहिए. मक्केश्वर महादेव हमारे पास आए. इसके लिए पूरी जान लगा देनी चाहिए. केवल ज्ञानवापी को लेकर क्या होगा. मक्केश्वर महादेव हमारे पास होना चाहिए. पूरी दुनिया में जहां भी मंदिरों को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है. वह सारे स्थान हमारे वापस आने चाहिए. यही धर्म है. यही मानवता है. इसके लिए जो भी कुछ करना हो. वह किया जाना चाहिए.
लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि वो अपराध नहीं है, बल्कि इस्लाम का जेहाद है. जिहादियों ने घटना की है, जो पिछले 14 सौ सालों से हमारी बहन बेटियों को शिकार बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि वहां जेहाद हुआ है पहले जेहाद को समझिए और जेहाद को मिटाईये. तभी मानवता सुरक्षित होगी. नहीं तो जेहाद सबको खत्म करेगा. लखीमपुर की घटना की तरह हर हिंदू बेटी के साथ ये घटना हो सकती है.
मदरसों और एएमयू पर दिया विवादित बयान
इस दौरान जब उनसे यूपी में हो रहे मदरसों के सर्वे पर सवाल किया गया तो स्वामी यति नरसिंहानंद ने कहा कि जैसे चीन करता है मदरसे के सारे विद्यार्थी को ऐसे शिविरों में भेज देना चाहिए. जहां से उनके दिमाग से कुरान नाम का वायरस निकाला जा सके. वहीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में महिला अध्यक्ष चुने जाने के बाद अमूटा का चुनाव निरस्त किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस्लाम को सारी दुनिया जानती है. एएमयू इस्लाम का सबसे बड़ा गढ़ है. यहीं से भारत के विभाजन की नींव रखी गई थी. उन्होंने कहा कि मदरसे की तरह एएमयू को भी बारुद से उड़ा देना चाहिए और जितने लोग इसमें रहते हैं उन्हें डिटेंशन सेंटर में भेजकर उनके दिमाग का इलाज होना चाहिए और बिल्डिंग को बमों से ध्वस्त कर देना चाहिए. यति नरसिंहानंद के इस बयान के बाद उनके खिलाफ केस दर्द कर लिया गया है. जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हम सच बोलते हैं इसलिए मुकदमे दर्ज होते हैं. उन्होंने कहा कि साधुओं को सरकार की मदद की जरूरत नहीं है. हम जैसे बाहर है वैसे ही जेल में भी है. हमें किसी सरकार से मदद की जरूरत नहीं है और हम सरकार से कोई मदद मांगते हैं तो समाज के लिए मांगते हैं. अपने लिए किसी सरकार से मदद की कोई जरूरत नहीं है.
पुलिस ने दर्ज किया केस
अलीगढ़ के एसपी सिटी कुलदीप गुनावत ने बताया कि गांधी पार्क निवासी अशोक पांडे और पूजा शकुन पांडे द्वारा अपने बी दास कंपाउंड स्थित निवास पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें विभिन्न वक्ताओं द्वारा अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए गए थे उसी में ही स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा एक संप्रदाय विशेष के संस्थानों के संबंध में अभद्र व आपत्तिजनक टिप्पणी की गई इसके आधार पर थाना गांधी पार्क में सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है और कार्रवाई की जाएगी.