बीसीसीआई।

दुनिया की सबसे प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय T20 लीग आईपीएल में एक बड़ा बदलाव हुआ है। करोना काल के समय चाइनीस आइटम्स और चाइनीस ऐप को बेन किया गया था उस समय लोगों की मांग थी कि चाइनीस कंपनी को आईपीएल के स्पॉन्सरशिप से हटाया जाए। जो आई पी एल 2020 और 2021 में मुमकिन नहीं हो सका परंतु आई पी एल 2022 में आईपीएल का स्पॉन्सर बदल दिया गया है।

आईपीएल को मिला नया स्पॉन्सर

दुनिया की सबसे मशहूर टी20 लीग आईपीएल को एक नया टाइटल स्पॉन्सर मिल गया है।

चाइनीज फोन बनाने वाली कंपनी विवो ने IPL के स्पॉन्सरशिप से अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। अब आईपीएल  2022 के सीजन से का नया स्पॉन्सर टाटा (Tata) होगा। आईपीएल (IPL) की वर्निंग काउंसिल की मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया कि टाटा (Tata) आईपीएल (IPL) का नया स्पॉन्सर होगा।

इस बात की जानकारी आईपीएल (IPL) गवर्निंग काउंसिल के चैयरमैन ब्रजेश पटेल ने दी है।

 

अगले दो साल के लिए टाटा होगी स्पॉन्सर
इस बात की जानकारी देते हुए ब्रजेश पटेल ने कहा, ‘आईपीएल (IPL) के स्पॉन्सरशिप से वीवो ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। अब वीवो की जगह टाटा हमारा नया टाइटल स्पॉन्सर होगा।’ गौरतलब है कि वीवो (Vivo) के साथ अभी करार खत्म नहीं हुआ था। उसके करार के खत्म होने में अभी 2 साल और बचे थे लेकिन उससे पहले ही वीवो (Vivo) ने अपने हाथ पीछे खींच लिए। बता दें कि फ्रेंचाइजी के साथ आईपीएल (IPL) की कमाई के बंटवारे के समझौते में टाइटल स्पॉन्सरशिप की अलग भूमिका होती है। टाइटल स्पॉन्सरशिप राशि का 50% फ्रेंचाइजी को जाता है। मतलब हर साल हर फ्रेंचाइजी को टाइटल स्पॉन्सरशिप से 20 करोड़ रुपये मिलते हैं।

साल 2018 में वीवो (Vivo) ने आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप के राइट्स खरीदे थे जिसके मुताबिक कंपनी को हर साल बीसीसीआई को 440 करोड़ रुपये देने थे। हालाँकि, वीवो (Vivo) का यह करार 2022 तक के लिए ही था लेकिन साल 2020 में चीन से फैले कोरोना वायरस और लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन के बीच बढे तनाव के कारण बीसीसीआई ने वीवो (Vivo) को स्पॉन्सरशिप से हटा दिया था और उसकी जगह ड्रीम 11 को नया टाइटल स्पॉन्सर बनाया गया। फिर साल 2021 में वीवो (Vivo) ने फिर आईपीएल (IPL) के टाइटल स्पॉन्सर के जरिये वापसी की जिसके बाद वीवो का करार 2022 से 2023 तक के लिए बढ़ा दिया गया था।

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