बिहार।

केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन का सबसे अधिक असर बिहार में देखने को मिला है। बिहार के कई जिलों में हिंसक घटनाएं हुई हैं, जहां प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं को अंजाम दिया है।

रेलगाड़ियों को भी आग के हवाले किया गया है। ऐसे में शनिवार को बिहार में छात्र संगठनों ने ‘बिहार बंद’ का आह्वान किया है। छात्रों का यह बंद अगले 24 घंटे के लिए रहेगा।

छात्रों के बंद को मिला राजनीतिक दलों का समर्थन
जानकारी के मुताबिक, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के नेतृत्व वाले छात्र संगठनों ने इस योजना को तत्काल वापस लेने की मांग की है और कहा है कि जब तक योजना को वापस नहीं लिया जाएगा तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। छात्रों के इस बंद को राजनीतिक दलों ने भी अपना समर्थन दिया है। इनमें बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी का नाम सबसे पहले है। आरजेडी के अलावा वामदलों ने भी इस बंद को समर्थन दिया है।

छात्र संगठनों के ‘बिहार बंद’ को समर्थन देते हुए आरजेडी बिहार इकाई अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि सेना में अल्पकालिक भर्ती योजना देश के युवाओं के हितों के लिए हानिकारक है, इसलिए हम उन युवाओं का समर्थन करते हैं, जो अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे हैं। सशस्त्र बलों में नई अल्पकालिक भर्ती योजना देश के युवाओं के हित में नहीं है। आरजेडी के अलावा LJP (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी इस योजना को वापस लेने की मांग की है।

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बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट बंद
आपको बता दें कि बिहार में अग्निपथ योजना का विरोध बहुत अधिक हो रहा है। विरोध के तीसरे दिन बिहार के कई जिलों में हिंसक घटनाएं हुईं। प्रदर्शनकारियों ने आठ ट्रेनों में आग लगा दी है। बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट सेवा को भी बंद किया गया है। विरोध प्रदर्शन की आड़ में हिंसा की घटनाओं को अंजाम दे रहे लोगों के खिलाफ बिहार पुलिस सख्ती से बाज आ रही है। पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ केस दर्ज करने शुरू कर दिए हैं।

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