हरिद्वार
सावन माह में कांवड़ मेला शुरू होने से पहले नहर पटरी पैदल कांवड़ मार्ग पर सिंचाई विभाग द्वारा सड़क पैचवर्क का कार्य शुरू हो जाता है लेकिन आपको बता दें यह खेल पिछले कई वर्षों से चल रहा है ज्वालापुर रानीपुर झाल शिव मंदिर से लेकर बहादराबाद तक प्रतिवर्ष कावड़ यात्रा के दौरान 3 किलोमीटर तक सड़क बनाई जाती है और कावड़ खत्म होने के बाद सड़क टूट जाती है इसमें प्रति वर्ष सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं और मात्र 1 महीने के अंदर ही सड़क टूट जाती है सरकार अब तक इस छोटे से सड़क के टुकड़े पर करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी है लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते ठेकेदारों की चांदी पर चांदी कट रही है सूत्रों की माने तो पिछले कई वर्षों से लगातार एक ही ठेकेदार इस सड़क को बना रहा है