हरिद्वार मामला बहादराबाद के ग्राम गढमीरपुर मे स्थित राजकिय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है जहां पर कुछ असामाजिक तत्वो द्वारा गाड़ी में लदे जर जर (खराब) फर्नीचर का फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर तोड़-मोड़ कर पेश किया गया जिससे विद्यालय की छवि को धूमिल किया गया
क्या था पूरा मामला
प्रधानाचार्य अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ मेज और कुर्सियां हमारे पास रखी हुई थी जो की रिपेयरिंग करने लायक भी नहीं थी जिसके बाद हमने उच्च अधिकारियों से मीटिंग के दौरान यह बात अधिकारियों के बीच रखी थी कि कुछ कुर्सियां व मेज स्कूल के अंदर रखी हुई है जोकि पूरी तरह से खराब हो चुकी है और उनका इस्तेमाल भी नहीं कर सकते एक महीना पहले हमारे स्कूल का समरसेविल मोटर खराब हो चुका था जिसकी वजह से स्कूल के विद्यार्थियों के सामने पानी पीने की बहुत बड़ी समस्या थी हमने स्कूल में पड़े जर्जर फर्नीचर कुर्सी मेज जो कि रिपेयर भी नहीं हो सकते थे को 2160 रुपए में बेच दिया व खराब पडे मोटर समरसेविल को रिपेयर करवाया जिसमें कुल खर्च 3500रु आया 2160 रुपए हमने खराब फर्नीचर के दिए बाकी बचे रुपए हमने विद्यालय के अध्यापकों ने इकट्ठे कर रिपेयरिंग के लिए दिए लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा विद्यालय के अंदर जर्जर फर्नीचर का फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर विद्यालय की छवि को धूमिल किया गया है