लोकसभा चुनाव के अप्रत्याशित नतीजों ने पूरे देश को चौंका दिया है। भाजपा को 2019 के मुकाबले 63 सीटों का नुकसान हुआ है। 2019 के मुकाबले पांच राज्यों में ही भाजपा की 59 सीटें घटी हैं। भाजपा का सबसे बड़ा ग्राफ उत्तर प्रदेश में गिरा है। यहां समाजवादी पार्टी (सपा) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाई। लगातार 10 साल तक पूर्ण बहुमत की सरकार चलाने वाली भाजपा को पांच राज्यों में बड़ा झटका है। इन पांच राज्यों में भाजपा ने 53 लोकसभा सीटें गंवाई हैं। अगर भाजपा अपना पिछला प्रदर्शन बरकरार रखती तो बहुमत के आंकड़े के पार होती है। आइए एक नजर डालते हैं उन राज्यों पर जहां भाजपा को लगा सबसे बड़ा झटका।
यूपी में घटीं भाजपा की 29 सीटें
2014 और 2019 में भाजपा की प्रचंड जीत में उत्तर प्रदेश की सबसे अहम भूमिका रही। 2019 में भाजपा ने 80 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। मगर इस बार पार्टी सिर्फ 33 सीटों पर ही जीत दर्जकर सकी है। पार्टी को यहां 29 सीटों का नुकसान हुआ है। सपा को 32 और कांग्रेस को पांच सीटों का फायदा हुआ है।
14 सीटों का लगा झटका
उत्तर प्रदेश के बाद भाजपा को सबसे बड़ा झटका महाराष्ट्र में लगा है। यहां भाजपा गठबंधन भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाया है। 2019 में भाजपा ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार भाजपा सिर्फ नौ सीटों पर जीती है। पार्टी को कुल 14 सीटों का नुकसान हुआ है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) को पांच-पांच सीटों का फायदा हुआ। कांग्रेस 13 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
तमिलनाडु: कांग्रेस को एक सीट का फायदा
तमिलनाडु से भाजपा को इस बार बड़ी उम्मीदें थीं। मगर यहां पार्टी का खाता तक नहीं खुला। हाालंकि वोट शेयर 3.7 से बढ़कर 11.24 हो गया है। डीएमके ने 2019 में 23 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस बार एक सीट का नुकसान हुआ। कांग्रेस को एक सीट का फायदा हुआ है।
राजस्थान में 24 से 14 पर सिमटी भाजपा
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राजस्थान की 25 में से 24 लोकसभा सीटों पर कब्जा किया था। इस बार पार्टी को 10 सीटों का नुकासान हुआ है। कांग्रेस को आठ सीटों का फायदा मिला है। नागौर लोकसभा सीट से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने जीत दर्ज की है। एक सीट पर भारत आदिवासी पार्टी और एक सीट पर सीपीआई (एम) को सफलता मिली है।
पश्चिम बंगाल: टीएमसी को सात सीटों का फायदा
पश्चिम बंगाल में भाजपा अपना पिछला प्रदर्शन दोहरा नहीं पाई। 2019 में सबसे अधिक 18 सीटों पर कब्जा किया था। मगर इस बार ममता बनर्जी की टीएमसी ने पांसा पलट दिया। भाजपा को यहां छह सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। वहीं टीएमसी को सात सीटों का फायदा हुआ है। कांग्रेस को एक सीट बहरामपुर का नुकसान हुआ है। यहां से अधीर रंजन चौधरी चुनाव हार गए हैं।