जम्मू-कश्मीर: कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के आदर्श नेगी के बलिदानी होने की खबर मिलते ही परिवार में मातम पसर गया। आदर्श के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
भारतीय सेना के जवान अपनी जान की परवाह किए बिना दुश्मनों के सामने पहाड़ की तरह तनकर खड़े हो जाते हैं। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी भी आतंकियों से लोहा लेते हुए बलिदानी हो गए। उनकी शहादत की खबर सुनने के बाद पूरे गांव में सन्नाटा छा गया। आदर्श नेगी के घर पर लोगों का तांता लग गया। उनके पिता किसान हैं खबर के बाद उनके घर में मातम है। पूरे क्षेत्र में यह खबर आग की तरह फैल चुकी है। इससे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। 26 वर्षीय आदर्श 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श की 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज पिपलीधार से हुई। 2018 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए। उस दौरान वह गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र थे। आदर्श तीन भाई-बहन में सबसे छोटे थे। सोमवार देर रात उनके बलिदान होने की खबर परिजनों को मिली है।