संयुक्त राष्ट्र की आम सभा ने 12 जुलाई 2012 को अपने प्रस्ताव 66/281 के तहत हर साल 20 मार्च को International Day of Happiness मनाने का ऐलान किया। यह प्रस्ताव समाज सेवी, कार्यकर्ता और संयुक्त राष्ट्र के विशेष सलाहकार रहे जेमी इलियन की अथक कोशिशों का परिणाम था। उन्होंने ही इस दिवस की अवधारणा और रूप रेखा बनाई। उनका मकसद एक ऐसा प्रस्ताव लाना था जो खुशी की तलाश को मानवीय अधिकारों और बुनियादी लक्ष्य में शामिल कर सके। जेमी इलियन ने जब International Happiness Day (अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस) का आइडिया दिया तब उन्हें संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन मुखिया बान की मून का भरपूर समर्थन मिला। यही नहीं यूएन के सभी 193 देशों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया। इस प्रस्ताव को भूटान ने पेश किया। आपको बता दें कि भूटान एक ऐसा देश है जो 1970 से ही राष्ट्रीय आय की तुलना में राष्ट्र की खुशहाली को तरजीह देता आया है।
अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस 2022: थीम
“Keep Calm, Stay Wise, Be Kind” यानि “शांत रहो, बुद्धिमान रहो, दयालु रहो” है। खुशी दिवस 2022 का यह विषय खुशी प्राप्त करने के तीन बुनियादी कारणों पर केंद्रित है:-
- पहला शांत रहें: हर स्थिति में शांत और स्थिर रहना संतुष्टि और खुशी की कुंजी है, क्योंकि जहां शांति और संतोष है वहां सुख अपने आप आता है।
- दूसरा बुद्धिमान रहें: कठिन परिस्थितियों में भी बुद्धिमानी से उठाए कदम सफलता की ओर ले जाते हैं। गलत दिशा में उठाया हुआ एक गलत कदम आपके आगे चलने वाले सभी कदमों को गलत दिशा में ले जाते हैं इसलिए बुद्धिमानी से सोच समझ कर सही दिशा में कदम उठाएं।
- तीसरा दयालु बनें: दूसरों की जरूरतों, गलतियों और त्रुटियों में दूसरों के प्रति दयालु रहें। जहां दया है वहां धर्म है और जहां धर्म है वहां परमेश्वर है और जहां परमेश्वर है वहां सुख, शांति, प्रेम और संपन्नता है।
वर्तमान समय में युद्ध, हिंसा और नकारात्मकता का जो माहौल बना हुआ है उस माहौल में इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखना अति आवश्यक है।
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